Home Folk बाजुड़ा री लूम | Twinkal Vaishnav ,Umed Khan | Lyrics

बाजुड़ा री लूम | Twinkal Vaishnav ,Umed Khan | Lyrics

सज्जन सिंह गहलोत द्वारा निर्देशित नया राजस्थानी विवाह गीत बाजुड़ा री लूम पी.आर.जी म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत किया गया हैं। लेटेस्ट सांग 2018 में आवाज ट्विंकल वैष्णव और उमेद खान ने दी हैं । सॉन्ग का म्यूजिक मिस्टर रेमो ने कंपोज किया हैं व गीत के बोल पारम्परिक हैं।

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महल में बन्नी के हाथो की बाजुबंध टूट जाने पर उसकी चैन उलझती ही जा रही हैं और तेज हवा चलने पर उसका पचरंगी लहरिया हवा में उड़ रहा हैं जिससे बन्नी को लज्जा आ रही हैं। हवा के झोखे से फुलवारी भी झूम झूम रही हैं और यह गौरी के लिए ख़ुशी का सन्देश लेकर आया हैं। प्रदेश गये हुये पिया अपनी गौरी के पास जल्द ही आने वाले हैं।

Bajuda Ri loom Song Lyrics

टूटी बाजुड़ा री लूम लल लल उलझी उलझी जाये
म्हारे पचरंगी लहरिया वालो पल्लो लहराये
धीरे हालो ने बावरिया होल हालो नी बावरिया
झालो सहो नहीं जाये

लागी प्यारी फूलवारी या तो झूम झूम गाये
ल्याए गौरी रो संदेशो घर आवो नी सजन
बैरी आंसुड़ा रो हार बिखर नहीं जाये
कोई चव री चुनरी पे सल पड़ जाये
धीरे हालो ने बावरिया होल हालो नी बावरिया
झालो सहो नहीं जाये

आई बिरखा री रूत झूमे सूर्यो पवन
ल्याई सपना सुहाग बाजे हिवड़े रो तार
म्हारो नथली रो मोती बिखर नहीं जाए
म्हारे पचरंगी लहरियो रो पल्लो लहराये
धीरे हालो ने बावरिया होल हालो नी बावरिया
झालो सहो नहीं जाये

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