राखी रंगीली और चिंटू प्रजापत ने बलम थारी याद सतावे गीत में अहम भूमिका निभाई हैं। इस गाने में आवाज रतन कुड़ी और गौतम कुड़ी ने दी हैं। राजस्थानी एल्बम गीत के निर्माता कल्लू गुर्जर हैं। मारवाड़ी सांग गोपाल म्यूजिक एंड फिल्म्स की नयी प्रस्तुति हैं।
परदेश गये हुये बलम की गौरी को याद सता रही हैं और उसकी याद में गौरी दिन रात तड़पती रहती हैं। पिया के बिना सजनी को उसका घर आँगन सुना सुना लग रहा हैं और अब पिया के बिना गौरी का मन एक पल किसी कार्य में नहीं लग रहा हैं। पिया में याद में तड़पती हुई गौरी को रातभर नींद नहीं आती हैं और साजन का अभी तक कोई चिट्टी सन्देश भी नहीं आया हैं।
Balam Thari Yaad Satave Song Lyrics
ओळ्यू आवे रे बलम थारी याद सतावे रे
मृगानैणी रा भरतार सजन थारी ओळ्यू आवे रे
अरे वारी जावे रे बलम पर परदेशा जावे रे
म्हाने सुनो लागे देश बलम री ओळ्यू आवे रे
सुनो लागे देशलडो मैंने ओळ्यू आवे रे
बालम थारी याद सतावे रे अरे थारे
बिना बालमा मैंने माच्छर खावे रे
ऊँची सोउ डागली मैंने नींद नहीं आवे रे
अकेली सोउ तो मैंने ओळ्यू आवे रे
कागज लिख लिख भेजू बलम सन्देश तो भेजू जी
मैंने आवे कोई नींद बलम थारी ओळ्यू आवे रे
ओळ्यू आवे रे बलम थारी याद सतावे रे
अरे बेगो आजा बालमा थारी सतावे रे
अरे बेगो आजा बालमा थारी सतावे रे
म्हाने आवे कोनी नींद बलम थारी ओळ्यू आवे हो
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