गुजरिया पैदल जावे राजस्थानी गीत में आवाज रामदेव गुर्जर ने दी हैं। यह भक्तमय वीडियो ट्रैक हैं जो चेतक कैसेट्स की नयी पेशकश हैं। इस गीत का म्यूजिक मेवाड़ी ने कम्पोज किया हैं।
देमालिया में देव जी बिराजमान हैं। देव जी मेले में गुजरिया पैदल पैदल जाती और बाबा चरणों में धोक लगाती हैं। बाबा की पैदल यात्रा में भक्त डीजे पर नाचते हुए दरबार में आते बाबा के दर्शन करते हैं। बाबा के भक्त यात्रियों के लिए रास्ते में भंडारे लगाते हैं।
Gujariya Paidal Jawe Song Lyrics
अरे देमाल्या मेला में अरे आसींद का मेला में
गुजरिया पैदल जावे रे देमाल्या मेला में
गुजरिया पाली चाली रे सवाई भोज का मेला में
अरे देमाल्या मेला में अरे आसींद का मेला में
गेला में भंडारा लाग्या रे सवाई भोज का मेला में
गुजरिया लुल लुल नाचे रे सवाई भोज का मेला में
अरे सवाई भोज मेला में देमाल्या मेला में
बंक्या रानी डीजे बाजे रे आसींद का मेला में
गुजरिया लुल लुल नाचे रे सवाई भोज का मेला में
अरे देमाल्या मेला में अरे आसींद का मेला में
लुल लुल तो दोनू नाचा रे सवाई भोज का मेला में
गुजरिया ठुमका मारे रे देमाल्या मेला में
अरे घणी फूटरी लागे घणी प्यारी लागे
गुर्जर की लुल लुल नाची रे देमाल्या मेला में
या पैदल यात्रा जावे रे सवाई भोज का मेला में
अन्य राजस्थानी गाने :
- पूरणेश्वर रा मंदिर में मोर बोले
- बरस बरस इंद्र राजा ( कल्याण धणी )
- तेजाजी गाया ने छुड़ाओ जी
- माँ जोगणिया ले चालो
- सवाई राठौड़
भारत सरकार का इरादा |
सम्पूर्ण स्वच्छता का वादा ||