वीर तेजाजी का नया राजस्थानी भजन जाटा रा भंवर म्हारा केसरया कंवर अल्फ़ा म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं। इस गीत में आवाज सोहन सिंह ने दी हैं और गीत के बीरबल सिंह साईवाड ने लिखे हैं। बाबूलाल सैनी द्वारा निर्देशित गीत के निर्माता गोपाल सैनी हैं।
इस गीत में तेजाजी की महिमा का गुणगान किया हैं। सावन के महीने में बाबा का दरबार ढोल अलगोजो की आवाज से गूंज उठता हैं। हर साल लाखो यात्री के बाबा द्वार आते हैं और बाबा के दर्शन पाते हैं। तेजाजी का दरबार फूलो से सजा हुआ निराला लग रहा हैं और बाबा की बिंदोरी में भक्त लोग नाचते गाते हुए बाबा के द्वार पहुंचते हैं और दरबार में अल्गोजे और ढोल बज रहे हैं।
Jaata Ra Bhanwar Mhara Kesarya Kanwar Song Lyrics
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा जाटा रा भंवर थारे डुले रे चंवर
जाटा रा भंवर वीर तेजा रे कंवर
म्हारा केसरया…..
म्हारा केसरया कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
(बेगो भर घुड़ला में आजे
ज़्यादा मतना देर लगा जे) x2
भालो हाथा में लियाजे थारी कर दीजे मेहर
म्हारा केसरया…..
म्हारा केसरया कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
सावन भादवो जद गाजे मीठा अल्गोजा भी बाजे x2
लीलन घोड़ी भी छम छम नाचे ढोल बाज रहियो जबर
म्हारा केसरया…..
म्हारा केसरया कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
जो भी पान लगयोड़ो आवे झाड़ो नीम को लगवावे x2
तेजो सारा रोग मिटावे पल में ढावे छै जहर
म्हारा केसरया…..
म्हारा केसरया कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
बंदौरी डीजे पे जद आवे सोहन बीरबल सिंह गावे x2
अल्फ़ा कैसेट्स धूम मचावे चारुमेर छै लेहर
म्हारा केसरया…..
म्हारा केसरया कंवर थारे डुले रे चंवर
म्हारा तेजा रे कंवर थारे डुले रे चंवर
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