Home Folk जानू थारे बिना | Vinod Saini | Lyrics

जानू थारे बिना | Vinod Saini | Lyrics

2018 का नया राजस्थानी रोमांटिक सॉन्ग जानू थारे बिना जिसमे आवाज विनोद सैनी ने दी हैं। मारवाड़ी सॉन्ग अल्फ़ा म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं। इस गीत के निर्माता गोपाल सैनी व निर्देशन बाबूलाल सैनी ने पूरा किया हैं।

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आशिक का मन अपनी जानू बिना किसी काम नहीं लग रहा हैं और उसकी याद आशिको को सता रही हैं। अब आशिक उसके ख्बावो ख्यालो में खोया रहता हैं और उसी के बारे में सोचता हैं। जानू से उसकी मुलाकात कॉलेज में हुई और उसी पल अपना दिल दे बैठा। कॉलेज में आशिक अपनी जानू से रोज सोमवार से शनिवार तक मिलता और सन्डे के दिन उसका दिल किसी काम में नहीं लगता। मोबाइल पर लम्बी लम्बी बाते करते हुये अब उसका मन पढाई में नहीं लग रहा हैं।

Janu Thare Bina Song Lyrics

थारे ये बिना ये जानू थारे ये बिना
थारे ये बिना ये जानू थारे ये बिना
म्हारो दिलड़ो कोनी लागे जानू थारे ये बिना
म्हारो मनडो कोनी लागे जानू थारे ये बिना

कॉलेजा की छोरी सागे दिल अटक्यो
म्हारो पढ़बा में मन कोनी लागे जानू के बिना
म्हारो मनडो कोनी लागे जानू थारे ये बिना

सोमवार से शनिवार तक रोज मिलता
म्हारो संडे कोनी कटतो म्हारी जानू के बिना
ओ खानो पीने मुश्किल होग्यो जानू के बिना

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मोबाइल पर लम्बी लम्बी बाता करता
ओ राता कटती कोनी जानू म्हारी व्हाट्सअप बिना
ओ मैंने कुछ भी चोखो नहीं लागे जानू थारे बिना

साथीड़ा के साथे मैं तो एन्जॉय करतो
विनोद सैनी हुयो दीवानो अपनी जानू के बिना
अल्फ़ा कैसेट्स खूब सुनतो अपनी जानू के बिना

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