कृष गहलोत,ट्विंकल वैष्णव और पंकज शर्मा ने कंवारो टाबरियो गीत में अहम् भूमिका निभाई हैं। इस गाने में आवाज अनिल सैन,दौलत गरवा और तुलसीराम ने दी हैं । राजस्थानी एल्बम गीत के निर्माता और निर्देशक सज्जन सिंह गहलोत है। मारवाड़ी सांग पी.आर.जी म्यूजिक एंड फिल्म्स की नयी प्रस्तुति हैं। इस गीत का म्यूजिक मिस्टर रेमो ने कम्पोज किया हैं।
शादी करने के लिए दो बालक उत्साहित हो रहे हैं और अपने पिता से शादी के लिए बोल रहे हैं। कुंवारे बालक के सभी साथियो को शादी हो चुकी हैं और भी अपनी बनड़ी को संग में देखना चाहते हैं। जब बनड़ी छम छम करती हुई चाले तो वो उसे मुड़ मुड़कर देखना चाहता हैं और जब शाम को घर आये तो लाड़ली बनड़ी उसकी सेवा में हाजिर हो उसकी शादी इच्छा पूरी करे।
Kanwaro Tabariyo Song Lyrics
ब्याव बीनणी बिलखु मैं तो कद परणा सी वावलियो
सगळा साथी परण्या मैं तो कंवारो टाबरियो
छम छम करती लारे चाले मैं देखुला मुड़ मुड़ ने
फूलड़ा सेज बिछाउला मनवार करुला लुळ लुळ ने
कोड करुला मोड़ करुला जब सुण सुला झांझरियो
सगळा साथी परण्या मैं तो कंवारो टाबरियो
साँझ पड्या दिन आथेला जद मैं देखु जद घर जाऊला
लाड लडिली झमकूड़ी का जद सगळा कोड पूराउला
नाथ बोरियो काजल टिकी और मुलाऊ फागणियो
सगळा साथी परण्या मैं तो कंवारो टाबरियो
अन्य राजस्थानी गाने :
विकसित हो राष्ट्र हो हमारा |
स्वच्छ हो देश हमारा ||