Home Bhajan गुज़रया नाच रही|Rajan Sharma|Lyrics

गुज़रया नाच रही|Rajan Sharma|Lyrics

राजन शर्मा की आवाज में गुज़रया नाच रही सॉन्ग कृष्ण जी का राजस्थानी भजन हैं। इस गीत के निर्देशक बाबूलाल सैनी व निर्माता गोपाल सैनी हैं। मारवाड़ी एल्बम का सॉन्ग अल्फ़ा म्यूजिक एण्ड़ फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं।

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सावन का महीना आने पर कान्हा गढ़ गोकुल में मीठी मीठी बाँसुरी बजा रहा हैं और उसकी मुरली की आवाज़ सुनकर गुज़रिया नाच रही हैं। मोर पपिहा सब भी मुरली की धुन सुनकर कान्हा की ओर आकर्षित हो रहे हैं और रोकने पर भी अपने आप को रोक नही पा रहे हैं।

Gujrya Nach Rahi Song Lyrics

(कानूडो गोकुल में चाल्यो ले बाँसुरिया हाथ में) x2
गढ़ गोकुल में रास रचावे गुज़रिया की साथ में
मीठी मीठी बंसी बजावे यो नंद जी को लाल
गुज़रया नाच रही रे घूमर घाल रही x2

सावन का महीना में इंद्र राजा मेह बरसावे रे
मोर पपिहा कोयल बोले सबको मन हरषावे रे
वृंदावन में घूम मचावे यो ननद जी को लाल
गुज़रया नाच रही रे घूमर घाल रही x2

मीठी मीठी मुरली म्हारो कानूडो बजाई रहियो
लुल लुल कर गुज़रिया नाचे सबको मन हर्षा रहियो
रोकया सू भी कोनिया रुकरी गुज़रिया की झाल
गुज़रया नाच रही रे घूमर घाल रही x2

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कानूडो का भजन राजन बीरबल गावे रे
डीजे माले अल्फ़ा कैसेट्स जोरा धूम मचावे रे
अल्फ़ा कैसेट्स बाजे नाचे दुनिया घूमर घाल
गुज़रया नाच रही रे घूमर घाल रही x2

विकसित राष्ट्र की हो कल्पना |
स्वच्छता को होगा अपनाना ||

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