‘बोल सपेले की’ सुपरहिट हरयाणवी गाने में दिलेर खरकिया मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे, वही गीतकार हैं श्री मंगत राम जी | दिलेर खरकिया की आवाज में यह सॉन्ग हरियाणवी लोकगीत हैं।
इस गीत का म्यूजिक एमजे (अमन जाजी) ने कंपोज किया हैं। हरयाणवी एल्बम का सॉन्ग ‘बोल सपेले की’ दिल म्यूजिक की ओर से प्रस्तुत किया गया हैं।
Bol Sapele Ki Ragni Song Lyrics
हो तू एक बे बोल सापेले की x3
तेरा इस छोरे ने पाट्या कोन्या
तोल सपेले की
रे तू एक बे बोल सपेले की
भरमा बॉडी लाम्बी थोड़ी
5 फुट की काया से
पिटगी धुंडी गहरी सुंडी
लाग्या तेरे उमाया से
(देके झोली बुक्कल खोली
छोरा तन्ने बुलाया से) x2
पास बुलाके सेहन बगा के
क्यूँ कर री से ताल रे
हो गयी मोटी पलके झोटी
लग्या सोलवा साल रे
(पेटा भर देयुं ठाड़ा धर देयुं
आगे सी ने चल रे) x2
रे तू एक बे बोल सपेले की
तेरी काची काची पिंडी दिखे
गोल सपेले की
रे तू एक बे बोल सपेले की
हो तू एक बे बोल सपेले की
सत्यनाशन होई सिवाशन
अकाल बिगड़ गी क्यूँ तेरी
घानी हठीली छाती ढीली
छोड़ी ना हेरा फेरी
(फूली मन में थोड़े दिन में
काया की होज्या ढेरी) x2
दिखे लुची खागी रूचि
जोबन भी तेरा पाक्या
थोड़ी हस्ती छागी मस्ती
जोबन पे पाट्या साका
(कोई लुंगाड़ा लाडे झाड़ा
चौड़े में गेरे डाका) x2
रे तू एक बे बोल सपेले की
तेरा भूरा भूरा पेट आज ल्यूं मैं
रोल सपेले की
रे तू एक बे बोल सपेले की
घणे हुमासे खील पतासे
जी भरके ने खाया करीये
सिखर दुपहरी चले फुआरे
रेक्सोना ते नहाया करीये
(ख़ास गुलाबी आजा आबि
सूट पहर गिरकाया करीये) x2
बनजा पठा ओढ़ दुपट्टा
गल में डोरा हो जागा
स्याही गाले हलवे चाले
पागल छोरा हो जागा
(कोठे आली मारे बोली
घाना ढिठोरा हो जागा) x2
रे तू एक बे बोल सपेले की
हे रे बिना मर्द की फरद बिना के
लोल सपेले की
रे तू एक बे बोल सपेले की
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