Home Bhajan बागा बोली कोयलिया | Rakesh Rahi | Lyrics

बागा बोली कोयलिया | Rakesh Rahi | Lyrics

बागा बोली कोयलिया नया राजस्थानी भजन पी.आर.जी म्यूज़िक एंड फिल्म की नयी प्रस्तुति हैं। गाने में आवाज़ राकेश राही ने दी हैं। सबके दिल में अपने म्यूज़िक से जगह बना चुके रेमो ने गाने का म्यूज़िक कंपोज किया हैं।सज्जन सिंह गहलोत के निर्देशन में बने गीत के बोल गोपीदास ने लिखे हैं।

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इस गाने के शुरुआत में पेड़ पर बैठी कोयल मीठी-मीठी बोल रही हैं। यह रुणिचा के बाबा रामदेव जी का भक्तिमय सॉन्ग हैं। बाबा की प्रतिमा पर सुनहरे रंग का शीशमुकुट बहुत अच्छा लग रहा हैं। भक्त अपने दोनो हाथ जोड़े बाबा की ज़य-ज़यकारा बोल रहे हैं। अदाकारा लहंगा चोली पहने पीला ओढ़ रखी हैं।

Baga Boli Koyaliya Song Lyrics

बागां में बैठी कोयलड़ी मेले रा सुगन बतावे
रुनिचे रो मेलो लाग रह्यो थारा भगत नाचता जावे

मीठी मीठी बोली कोयलड़ी सगळा रे मन में भावे
भगत बाबे रा पैदल जावे संग माहि रंग बरसावे
बागां में बैठी कोयलड़ी मेले रा सुगन बतावे

सावन बित्यो आयो भादवो भक्त द्वारे जावे
मीठी मीठी बिरखा होव जय जय कार बुलावे
बागां में बैठी कोयलड़ी मेले रा सुगन बतावे

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सुन सुन बागा कोयलड़ी री देव सभी हरसावे
मोर पपीहा प्यारा बोले नाचे मौज मनावे
बागां में बैठी कोयलड़ी मेले रा सुगन बतावे

गोपीदास थारी ज्योत जगावे थारा मंगल गावे
विजयनगर सु राही आके थाने शीश झुकावे
बागां में बैठी कोयलड़ी मेले रा सुगन बतावे

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