Home Folk देसी रूमाल | Mohan Sindhal | Lyrics

देसी रूमाल | Mohan Sindhal | Lyrics

मोहन सिंधल की आवाज में देसी रूमाल सॉन्ग एक राजस्थानी लोकगीत हैं। इस गीत का म्यूजिक मेवाड़ी ब्रदर्स ने कंपोज किया व निर्देशक सज्जन सिंह गहलोत हैं। मारवाड़ी एल्बम का सॉन्ग पी.आर.जी म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं। एल्बम गीत के लेखक मोहन सिंधल हैं।

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बन्नी का दिल बन्ना पे आ गया हैं और उसके लिए महल में बन्नी ने बाग़ लगाया हैं। बन्नी बन्ना के साथ बाग़ में घूमना चाहती हैं और बन्ना उसके नैनो के लोभी हैं। बन्नी हमेशा बन्ना की सेवा में हाजिर रहती हैं और वही बन्ना भी बन्नी बहुत प्यारी लगती हैं और प्रदेश जाने में बन्ना अपनी बन्नी के लिए कुछ ना कुछ नयी वस्तु के लिए लेकर आते हैं।

Desi Rumal Song Lyrics

लेता जाइजो जी दिलडो देता जाइजो x2
म्हारी लाल नन्द बाई बीरा रे
रुमाल म्हारो लेता जाइजो

आप रे कारण मैं तो बाग लगायो सा x2
घूमण रे मिस आओ नैना रा लोभी x2
हरियो रुमाल म्हारो लेता जाइजो दिलडो देता जाइजो

ओ लुल जाई रे हरिया पौदीना
क्यारा में बाउ में केवडो खेता में बोउ
हरियो हरिया पौदीना
ओ लुल जाई रे हरिया पौदीना

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तालरिया मंगरिया मोरु बाई लारे गया
आयो रे धोरा वालो देश बीरो बिणजारो
बीरो बिणजारो रे यो लागे म्हाने प्यारो रे
आयो रे धोरा वालो देश बीरो बिणजारो

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