चुन्नीलाल राजपुरोहित की आवाज में आओ पधारो म्हारी खीमज माता सॉन्ग खीमज माता का राजस्थानी भजन हैं। इस गीत का म्यूजिक मुकेश चौधरी ने कंपोज किया व निर्देशकसज्जन सिंह गहलोत हैं। मारवाड़ी एल्बम का सॉन्ग पी.आर.जी म्यूजिक एंड फिल्म्स की ओर से प्रस्तुत हुआ हैं। एल्बम गीत के लेखक बाबूलाल राजपुरोहित हैं।
खीमज माता के दर्शन पाने के लिये भगत दरबार में माता रानी की जय जयकार कर रहे हैं और माता रानी के दर्शन करने ने भक्तो के काज सफल होते हैं। नवरात्रो में मैया का मेला लगता हैं और लाखो यात्री इसमें शामिल होते हैं। माता की रानी महिमा अपरम्पार हैं और दिशा में माता रानी की जय जयकार होती है। मैया की साँझ सवेरे की आरती में ढोल नगाड़ो के साथ होती हैं। मैया के दरबार में हमेशा जगमग ज्योत जलती रहती हैं।
Aao Padharo Mhari Khinmaj Mata Song Lyrics
आवो पधारो म्हारी खींमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
अरे धीन माल की धनयानी म्हारी खीमज माता
भक्ता रा दुखड़ा दूर करे
आवो पधारो म्हारी खीमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
अरे नोरता रा मेला माही बेगा बेगा आजो
उभा भगत अरदास करे
आवो पधारो म्हारी खीमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
अरे ढोल रे नगाड़ा मैया नौपत बाजे
झालर री झणकार पड़े
आवो पधारो म्हारी खीमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
दूर रा देसा रा मैया आवे जातरू
खीमज माँ ने निमन करे
आवो पधारो म्हारी खींमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
सिफल चुंदड़ी मैया ने चढ़ावे
धूपा री घमरोड पड़े
आवो पधारो म्हारी खींमज माता
आप पधारिया म्हारा काज सरे
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